अमेठी(रवीन्द्र कुमार यादव)-कही गहरी साजिश का नतीजा तो नही दलित प्रधानपति हत्याकांड

अमेठी : कहीं गहरी साजिश का नतीजा तो नहीं दलित प्रधानपति हत्याकांड 
देवप्रभात समाचार /रवीन्द्र कुमार यादव

मुंसीगंज।अमेठी में गुरुवार की देर रात मुंशीगंज थाना क्षेत्र के बंदोइया गांव निवासी अर्जुन कोरी की आग से जलने से हुई मौत कई सवाल खड़े कर रही है। पुलिस ने भले ही पांच नामजद हत्यारोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। फिर भी कई सवाल घटना में साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं। जिसकी निपष्क्ष जांच के बाद ही हत्याकांड की सच्चाई से पर्दा उठ सकेगा।

बीते गुरुवार की रात मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के बंदोइया गांव की ग्राम प्रधान छोटका के पति अर्जुन कोरी की संदिग्ध हालात में आग से जलने से मौत हो गई थी। मामले में छोटका की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण और हत्या के आरोप में पांच नामजद आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों  को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने तात्कालिक रूप से भले ही आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की कार्यवाही की हो, लेकिन इस प्रकरण में कई ऐसे अनसुलझे सवाल हैं जो गहरी साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं।
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शाम सात बजे लापता होने पर उठ रहे सवाल

मृतक अर्जुन कोरी की पत्नी प्रधान छोटका की तहरीर में लिखा है कि उनके पति गुरुवार कि शाम सात बजे लापता हो गए जिसकी सूचना थाने पर दी गई। सवाल यह उठ रहा है कि ग्राम सभा की राजनीति से जुड़े किसी भी व्यक्ति को शाम 7 बजे ही कैसे लापता माना जा सकता है। गांव के जिस चौराहे से उनके लापता होने की बात कही जा रही है, उस चौराहे पर रात लगभग 9 बजे तक लोगों की मौजूदगी रहती है। ऐसे में अगर प्रधान पति का किसी ने अपहरण भी किया तो कुछ लोगों ने तो देखा ही होगा। लेकिन अभी तक ऐसा कोई प्रत्यक्षदर्शी सामने नहीं आया है। इसके अलावा किसी के लापता होने के बाद परिजन पहले जान पहचान वालों और रश्तिेदारों के यहां उसकी खोजबीन करते हैं। उसके बाद थाने पर सूचना देते हैं।  लेकिन यहां शाम 7 बजे ही प्रधान पति के लापता होने और थाने पर तत्काल सूचना देने की बात कही जा रही है।
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गले नहीं उतर रहा घर के अहाते में जला देना

 सूत्रों की माने तो हत्यारोपियों द्वारा ग्राम प्रधान पर विकास कार्यों में वत्तिीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रशासन से शिकायत की गई थी। अगर यह सही भी है तो क्या शिकायतकर्ता ग्राम प्रधान की हत्या करने की हद तक जा सकते थे। गौरतलब है कि प्रधान पति अर्जुन कोरी अधजली हालत में हत्यारोपी कृष्ण कुमार के मकान की बाउंड्रीवाल के अंदर पाए गए थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या कोई भी हत्यारा अपने मकान की बाउंड्री के अंदर लाकर किसी को आग से जलाकर खुद को फंसने का इंतजाम करेगा। जबकि मकान में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं।

वीडियो क्लिप जारी कर बताया निर्दोष


मामले में जेल भेजे जा चुके हत्यारोपी कृष्ण कुमार के भाई आशीष त्रिपाठी ने वीडियो क्लिप जारी कर अपने भाई और परिजनों को नर्दिोष बताया है। उनका कहना है कि सीसीटीवी फुटेज का डीवीआर पुलिस के पास मौजूद है। जिसकी जांच की जा सकती है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर वश्विास जताते हुए मामले की नष्पिक्ष जांच कर असली दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है।
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 बोले पुलिस कप्तान
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अमेठी। अर्जुन कोरी हत्याकांड की सभी पहलुओं पर सभी बिंदुओं को शामिल करते हुए जांच की जा रही है। तात्कालिक रूप से दर्ज कराए गए मुकदमे के अनुसार कार्यवाही की गई है। साक्ष्य संकलन का कार्य पुलिस कर रही है। किसी भी स्थिति में दोषी कानून से बचने नहीं पाएंगे।
 

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