सुल्तानपुर(आशुतोष चतुर्वेदी)-ब्यक्तिगत सुनवाई में एक बार फिर नही पहुंची नपा चेयरमैन बबिता जायसवाल
*व्यक्तिगत सुनवाई में एक बार फिर नहीं पहुंची चेयरमैन बबिता जयसवाल*
*नगर विकास में थी व्यक्तिगत सुनवाई*
सुल्तानपुर :- शुक्रवार को नगर विकास अनुभाग में सुनवाई के लिये एक बार फिर बबिता जयसवाल राजधानी नही पँहुची । नगर विकास सचिव की आठवीं नोटिस को भी इनके द्वारा धता बता दिया गया । उच्च न्यायालय में योजित सभासदों की याचिका पर अवमानना के दायरे में खड़े सचिव दीपक कुमार के कार्यालय पर व्यक्तिगत सुनवाई के लिए शुक्रवार को नगर पालिका अध्यक्ष बबीता जयसवाल को उपस्थित होने की आठवीं नोटिस दी गई थी । शुक्रवार को वह अपने पति अजय जयसवाल के साथ नगर पालिका परिषद के अंदर स्थित अपने चेंबर में दोपहर बाद तक मौजूद रही । एक बार फिर पालिका अध्यक्ष ने शासन के सचिव की नोटिस को धता बताते हुए अपनी हठधर्मिता का परिचय दिया है । जानकार सूत्रों ने बताया पालिका अध्यक्ष और उनके पति ने व्यक्तिगत सुनवाई से बचने के लिए यहां से लेकर लखनऊ तक भाजपा के नेताओं व संघ के पदाधिकारियों की परिक्रमा कर बड़ी सेटिंग की है । सचिव दीपक कुमार शासन सत्ता के दबाव में न्यायहित की कोई भी कार्यवाही करनेे की स्थिति में नहीं है । याचिका दायर करने वाले सभासदों का कहना है उन्हें न्यायालय से न्याय की उम्मीद है जो एक दिन मिलेगा । कोरोना काल में उच्च न्यायालय की बाध्यता के कारण लूट , भ्रष्टाचार , एकाधिकार व मनमाने पन की जाँच में दोषी चेयरमैन के ऊपर कार्यवाही में देरी हो रही है । न्यायालय के सामान्य होते ही पालिका अध्यक्ष , उन्हें बार-बार नोटिस देकर पल्ला झाड़ने वाले प्रमुख सचिव नगर विकास व अन्य जिम्मेदार कटघरे में खड़े नजर आए तो कोई ताज्जुब नहीं होगा । फिलहाल उनका संघर्ष जारी रहेगा जनता के बीच वह अपनी बातों को मीडिया व अन्य माध्यमों के जरिए पहुंचाते रहेंगे । अंततः भ्रष्ट चेयरमैन व उनके पति को बचाने वाली भाजपा को जनता की अदालत में जवाब देने आना ही होगा ।