हरदोई(अजय पांडेय)-पी आर डी जवानों में जगी आशा
हरदोई। जिले में एक बार फिर सालों बाद एक बार फिर से पीआरडी जवान परेड के दौरान लेफ्ट राइट लेफ्ट करते नजर आएंगे। निदेशालय के निर्देश पर इन्हे भी फिट करके आधुनिक बनाने का प्रयास किया जाएगा। मेडिकल में लगातार अनफिट रहने वाले पीआरडी जवानों को बाहर भी होना पड़ सकता है। निदेशालय से मिले निर्देशों के अनुसार में जिले में भी पूरी योजना तैयार हो गई है।
युवा कल्याण विभाग ही प्रांतीय रक्षक दल का भी संचालन करता है। इनको सरकारी व गैर सरकारी विभागों में ड्यूटी प्रदान करवाता है और उनको ड्यूटी भत्ता भी देता है। वर्ष 2005 के पूर्व में जिला स्तर पर चयन के बाद पीआरडी जवानों को 22 व 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करवाया जाता था जिसमें पीआरडी जवानों को परेड भी करवाई जाती थी लेकिन इसके बाद लखनऊ में प्रशिक्षण होने के बाद जिला स्तर पर परेड समाप्त करवा दी गई अब निदेशालय के निर्देश पर प्रत्येक जिलों की भांति इस जिले में भी पीआरडी की परेड नियमित की जा रही है। इसको लेकर जिला स्तर से शेड्यूल भी जारी किया जा रहा है। जिसको पूरे जिले में लागू किया जाएगा।
प्रभारी जिला युवा कल्याण अधिकारी पीके मिश्रा ने बताया कि इससे काफी हद तक विभाग के साथ साथ पीआरडी जवान भी उत्साहित हैं। कुछ सीखने को मिलेगा। वर्दी का महत्व भी जानेंगे और फिट भी रहेंगे। स्वास्थ्य की समस्या यदि लगातार कोई बताता है तो नियमानुसार दी गई गाइड लाइन के मुताबिक उसे बाहर भी किया जा सकता है। क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी पीके सिंह ने बताया कि जिले में पंजीकृत पीआरडी जवानों की संख्या 852 है। इसमें सक्रिय पीआरडी जवान करीब 443 हैं। परेड के लिए सभी को बुलाया जाएगा।
विभागीय अधिकारियों की माने तो अभी परेड मासिक शुरू की जा रही है। उसके बाद सप्ताहिक भी होगी। अभी मासिक के लिए माह के प्रथम शुक्रवार को बावन, शाहाबाद, भरखनी, सांडी व हरपालपुर में परेड की जाएगी। इसके अलावा द्वितीय शुक्रवार को सुरसा व अहिरोरी के अलावा बिलग्राम, माधौगंज व मल्लावां में एवं तृतीय शुक्रवार को टड़ियावां व टोडरपुर के अलावा कोथावां, भरावन व बेंहदर में परेड की जाएगी। इसके अलावा चौथे शुक्रवार को हरियावां व पिहानी सहित संडीला कछौना में भी परेड कराई जाएगी।
प्रभारी जिला युवा कल्याण अधिकारी पीके मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक कंपनी स्तर पर निर्धारित दिवस पर रिफ्रेशर परेड आयोजन में कम से कम एक सेक्शन पीआरडी जवानों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। ड्यूटीरत पीआरडी जवानों को ड्यूटी छोड़कर परेड में शामिल नहीं होना है। अभी एक परेड का आयोजन अनिवार्य है। इस तरह साल भर में 12 रिफ्रेशन परेड का आयोजन होना है।