कौशाम्बी(अनित कुमार दूबे)-भू माफियाओं के चलते अतिक्रमण का शिकार है यह रोड
*कौशांबी* जनपद मुख्यालय मंझनपुर के कचेहरी से समदा जाने वाली रोड में जगह जगह पर भूमाफियाओं ने नहर को पाटकर पुल बना दिया है भू माफियाओं के नहर को पाटकर पुल बनाए जाने के बाद नहर की साफ सफाई बाधित हो चुकी है और इस नहर की जब सफाई नहीं होगी तो किसानों के खेतों तक नहरों का पानी कैसे पहुंचेगा ब्यवस्था पर यह बड़ा सवाल है लेकिन भू माफियाओं द्वारा लगातार नहरों को पाटकर उस पर पुल बनाए जाने के मामले में विभागीय अधिकारियों ने इन भूमाफियाओं पर अभी तक कार्यवाही कर नहरों पर अतिक्रमण कर माफियाओं द्वारा बनाए गए पुल को तोड़ने का प्रयास नहीं किया है जिससे बिभागीय अधिकारियों की मंशा भी सवालों के घेरे में है जिले में सक्रिय आधा दर्जन भूमाफियाओं द्वारा कृषि योग्य भूमि को खरीद कर तहसील से कमर्शियल भूमि की स्वीकृत कराए बिना प्लाट बना कर उसकी बिक्री का गोरखधंधा बेखौफ तरीके से चल रहा है जनपद मुख्यालय में सक्रिय आधा दर्जन भूमाफियाओं के इस व्यवसाय में पुलिस विभाग और कुछ अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी हिस्सेदार हैं जिसके चलते इन भूमाफियाओं के गुनाहों पर कार्रवाई नहीं हो पाती है नहर पाटकर पुल बना कर नहर से रास्ता बनाए जाने के बाद कृषि भूमि को बेचने के आड़ में इन भूमाफियाओं ने कुछ वर्षों में अनीति पूर्वक करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है फिर भी इन पर 14 ए के तहत कार्यवाही नहीं हो सकी हैआखिर नहर विभाग से बिना अनुमति लिए भूमाफियाओं द्वारा नहर को पाटकर या उस पर पुल बनाकर रास्ता बनाए जाने के मामले के बाद भी नहर विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी क्यों साध रखी है उनकी चुप्पी तमाम सवाल खड़ा कर रही है कहीं इन भूमाफियाओं के कृषि योग्य भूमि के प्लाटिंग के धंधे में पुलिस की तरह नहर विभाग का कोई अधिकारी भी हिस्सेदार तो नहीं है प्लाट बेचने में लगे भूमाफियाओं के जमीन के इस गोरखधंधे में नहर विभाग के अधिकारियों के हिस्सेदारी के मामले की योगी सरकार ने जांच कराई तो चौकाने वाले तथ्य उजागर हो सकते हैं
नहर को पाटकर उस पर बिना अनुमति के पुल बना कर नहर पर भूमाफियाओं के अवैध कब्जा करने के इस मामले में आखिर नहर विभाग के अधिकारी इन माफियाओं पर कब मुकदमा दर्ज कराकर सरकारी नहर को पूर्व की स्थिति पर लाएंगे विभागीय अधिकारियों की उदासीनता पर अब सवाल यह उठता है कि आखिर विभाग की सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा के प्रति नहर विभाग के अधिशासी अभियंता या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही इतनी क्यों बढ़ती जा रही है अभी तक उन्होंने नहर पर अवैध अतिक्रमण को भू माफियाओं के कब्जे से मुक्त क्यों नहीं कराया है नहर पर बिना अनुमति पुल बनाए जाने और उसे पाट कर कब्जा किए जाने के बाद नहरों की सफाई कैसे होगी किसानों के खेतों तक अब नहरों का पानी कैसे पहुंचेगा इन तमाम सवालों के जवाब देने से नहर विभाग के अधिकारी भाग खड़े होते हैं।