पीलीभीत(ऋषिपाल मौर्य)मनरेगा घोटाले की जांच करने पहुंची टीम से असंतुष्ट दिखे ग्रामीण, किया विरोध प्रदर्शन*
*मनरेगा घोटाले की जांच करने पहुंची टीम से असंतुष्ट दिखे ग्रामीण, किया विरोध प्रदर्शन*
देव प्रभात समाचार / ऋषिपाल मौर्य (ब्यूरो)
पीलीभीत/बरखेड़ा ब्लॉक की ग्राम पंचायत बड़ेपुरा ता0 कुसमा में लोक आयुक्त के आदेश अनुसार जांच करने पहुंची टीम जिसमें उप जिलाधिकारी बीसलपुर, सहायक अभियंता प्रथम पीडब्ल्यूडी तथा डीडीओ हवलदार सिंह जांच करने पहुंचे जांच करने के दौरान रोजगार सेवक के द्वारा कराए गए मनरेगा कार्यों में काफी हेर फेर सामने आया तथा रोजगार सेवक द्वारा अनेक कार्ड धारकों की फर्जी हाजिरी भी लगाई गई जो जांच करने के दौरान सामने आई शिकायतकर्ता नीरेंद्र कुमार ने जांचकर्ताओं अधिकारियों द्वारा सही जांच ना करने पर कड़ा विरोध किया और उनपर आरोप लगाया कि उन्होंने जिन बिंदुओं की जांच मांगी थी उन सभी बिंदुओं की जांच नहीं की गई जांचकर्ताओ की जांच से ग्रामीण असंतुष्ट नजर आए ग्रामीणों ने जांच करने वाले अधिकारियों के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन भी किया डीडीओ हवलदार सिंह से मीडिया कर्मियों को वाइट देने से साफ मना कर दिया और मीडिया कर्मियों से कहा कि आपको जो समझ में आए आप वह लिखिए हम आपको अभी कुछ नहीं बता सकते हम अपनी रिपोर्ट सीधी लोक आयुक्त को भेजेंगे। दरअसल वर्ष 2020 में गांव बड़ेपुरा ता0 कुसमा निवासी नीरेंद्र कुमार ने लोकायुक्त लखनऊ के कार्यालय में वाद दायर करते हुए गांव में विकास कार्यों के दौरान हुए घोटालों में जांच करने की मांग की थी। जिस पर लगातार लोकायुक्त कार्यालय में कार्यवाही चल रही थी। उपलोकायुक्त के द्वारा डीएम पीलीभीत पुलकित खरे को पत्र लिखकर पूरे मामले पर जांच रिपोर्ट भेजने को कहा गया था जिसके बाद डीएम ने 3 सदस्य टीम गठित कर जांच के लिए भेजी जिसके बाद आज सोमवार को गांव पहुंची जांच टीम ने ग्रामीणों के और शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी रोजगार सेवक को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।