कन्नौज(अवनीश कुमार तिवारी)जिला आधिकारी श्री राकेश कुमार मिश्र ने जनपद वासियों से की अपील
कन्नौज
जिला आधिकारी अपील श्री राकेश कुमार मिश्र ने जनपद वासियों से की अपील
अवनीश कुमार तिवारी
जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार मिश्र ने जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा है कि जनपद में बढ़ती गर्मी, लू व तेज हवाओं के कारण आगजनी की घटनायें प्रकाश में आ रही है। उन्होंने सुरक्षा दृष्टि से समस्त जनपदवासियों से अपील की है कि खुले में आग न जलाये। घरो व कारखानों में भट्टी चूल्हा सावधानी पूर्वक जलाये। भट्टी, चूल्हे की राख कूड़ेदान में भेंकते वक्त इस बात पर ध्यान अवशय दे कि जो राख कूड़ेदान में फेंकने जा रहे है उस राख में आग की किसी प्रकार की जिंगरी तो नही रह गयी है। हो सके तो भट्टी व चूल्हे की राख में पानी डाल कर ही कूड़ेदान में फेंके। सार्वजनिक स्थानों पर लगे कूड़े के ढेर में अगर धुंवा उठ रहा है तो उस कूड़े में पानी अवश्य डाल दिया जाए ताकि किसी अप्रिय घटना होने से बचा जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा है कि बीड़ी, सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, किन्तु कोई भी व्यक्ति बीड़ी सिगरेट का इस्तेमाल करता है तो उसे जलाते समयइस बात का ध्यान दे कि माचिस की तीली बुझ जाए तभी उसको फेंकें। उन्होंने कहा है कि खेतों में पराली जलना पूर्णरूप से प्रतिबंधित है। पराली जलाने से पर्यावरण के साथ मानव स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही पराली न जलाने से भावी पीढ़ी अच्छा स्वस्थ्य जीवन व्यतीत कर सकेंगी। पराली जलाने से बेहतर होगा कि पराली को खेत में ही विनिष्ट अर्थात खेत मे ही सड़ाकर उपजाऊ भूमि बनाया जाये। पराली जलाने से पर्यावरण को क्षति होती है। पराली का अधिक से अधिक मात्रा में भूसे में प्रयोग करके जानवरों के चारा हेतु उपयोग किया जा सकता है।
श्री मिश्र ने कहा है कि लू से जन हानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाले किसी भी बीमारी के रोकथाम के लिए कड़ी धूप में बाहर न निकलें, जितनी बार हो सके पानी पिए, प्यास ना लगे तो भी पानी पिये, हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहने। धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, जूते और चप्पल का इस्तेमाल करें। सफर में अपने साथ पानी रखें। शराब, चाय, कॉफी, जैसे पेय पदार्थों का इस्तेमाल ना करें, यह शरीर को निर्जलित कर सकते है। अगर आपका काम बाहर का है तो टोपी, गमछा या छाते का इस्तेमाल जरूर करें और गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखें। अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर परामर्श अवश्य ले। घर में बना पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक, चीनी का घोल, नींबू पानी, छाछ,आम का पना इत्यादि का सेवन करें तथा जानवरों को छांव में रखे और उन्हें खूब पानी पीने को दें, अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे शटर आदि का इस्तेमाल करें। रात में खिड़कियां खुली रखें और फैन, ढीले कपड़े का उपयोग करें। ठंडे पानी से बार-बार नहाए।
इसी कड़ी में जिलाधिकारी ने जनपद स्तर पर कार्यरत सभी फील्ड स्तर के अधिकारियों/कर्मचारियों व ग्राम प्रधानों को समय-समय पर जारी होने वाली चेतावनी का व्यापक प्रचार-प्रसार कराये जाने के निर्देश दिये।